Friday, April 13, 2012

how can we help poorer peoples ?


बहुत पहले न जाने कंहा पर पढ़ा था ?
वो सड़क पर पड़ा था वो भूख से मरा था ,
कपड़ा हटा के देखा तो खून से लिखा था ,
सारे जंहा से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा ,
हम बुलबुले हैं इसके ये गुलसितां हमारा ,



इस बात को कई बार कह कह कर मैं थक चुका हूँ , पर लगता है की रोज़ कहने की ज़रूरत है !

 

 

" The Problems That Exist in The World Today Can Not Be Solved By The
   Level of Thinking That Created Them "

"ALBERT EINSTEIN"



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