Friday, December 5, 2014

Is all Political Partys are Same ?


प्रिय प्रधानमन्त्री जी,  व् आपके सभी सहयोगियों को सआदर प्रणाम ।
इन बातों को मै पिछले कई सालों से सभी राजनितिक दलों व् सरकारों से कहने की कोशिश कर रहा हूँ पर उनकी ही तरह आप और आपके तथाकथित ब्यूरोक्रेट्स ध्यान नहीं दे रहे मुझ आविष्कारक की तरफ, जो की इस देश का दूर्भाग्य है शायद ।
मैं कई बड़ी समस्याओं को तो चुटकी में हल करने की सामर्थ्य रखता हूँ , जेसे क़ि रेलवे फाटक या स्टेशन पर आम इंसानो को कट मरने से बचा सकती है मेरी तकनीक , रसोईं गैस के सिलेण्डर या प्रैशर स्टोव को बम बनने से रोक सकता हूँ  ( All Accepted by DST India ) और इन में से कुछ को तो महामहिम पूर्व राष्ट्र् पति जी ने अपनी आँखों से देखा और सराहा भी है , अवार्ड - ट्रॉफ़ी - और चेक भी मिल चूका है , परंतु ज़मीनी स्तर पर लागू नहीं हुआ कुछ भी। आप अपने सूत्रो से पता कर सकते हैं ,  आप सब से अनुरोध है कि आधार कार्ड UID - ADHAR बनाने कि प्रक्रिया पर तुरंत रोक लगाई जाये और उसमे कुछ और आविष्कारक सुधार जोड़ कर [ जिसमे कि कई मेरे पास हैं और कई अन्य मुझे लगता है कि और हो सकते हैं ] इस आधार कार्ड के द्वारा देश हित और सुरक्षा और अन्य कई समस्याओं से सीधे समाधान मिल सकता है, जेसे कि इसे लागू करते ही अपराध व अपराधियों कि गतिविधियों पर 90% तक कमी तुरंत आ सकती है |
एक बात और कि मेरे तरीके से अगर इसे बनाया जाये तो भारत सरकार को इस संदर्भ में कोई लागत नही लगानी होगी | बात क्यूंकि देश के परम हित से जूडी है व बहुत ही ज्यादा सवेंदनशील हैं | कुल मिला कर मैं कहना चाह रहा हूँ कि मेरी तकनीकों द्वारा भारत को आर्थिक, वैज्ञानिक, स्वास्थ्य, सुरक्षा व अन्य कई समस्याओं पर सीधे हल मिल सकते हैं , मेरे पास अन्य भी कई लगभग दो दर्जन से ज्यादा { DST } द्वारा स्वीक्रत व 4 ग्रांटेड पेटेंट हैं जो कि आम लोगो का जीवन कई तरह कि दुर्घटनाओं से बचा सकते हैं व जीवन सुगम बना सकते हैं | बौद्धिक सम्पदा अधिकार क़ानून मेँ मेरी सोच को लागू करते ही इस देश में आविष्कारो की बाढ़ आ जायेगी जो कि भारत को तत्काल ही बेहतर परिणामों से तुरंत अवगत करवा ही देगी !
बात कुछ यूँ है की जब तक किसी भी देश के आविष्कारकों को उनकी ठीक जगह नहीं मिलती तब तक वो देश सही मायनों में किसी भी दिशा में तरक्की नहीं कर सकता !

आप अगर लोगों में नैतिक मूल्य नहीं भर सकते तो ये सारी कवायद बेकार साबित होगी. अभी तो सभी अनैतिक लोग शीर्षासन कर अपने को नैतिक साबित कर रहे हैं ! ज्यादा ज्ञानी बूध्हिमान व अति सोच विचार करने वाला हमेशा परेशान एवं दुखी रहने के साथ ह्रदयहीन होने कि ओर अग्रसर रहता है , यानी की अपने ही पैरों को काटकर सुन्दर बैसाखियाँ बनाने को प्रयासरत रहता है !
इंसान अपनी ही बनायी कहावत की तरह संसार का जला हूआ परमात्मा को भी फूंक फूंक कर पीने की कोशिश करता है ।

https://www.blogger.com/blogger.g?blogID=5243132517424378695#editor/target=post;postID=7703856296758642597;onPublishedMenu=allposts;onClosedMenu=allposts;postNum=14;src=link

Copy to : President of Iindia ,
PMO INDIA , Supreme court of India , UID ADHAR ,
DST Iindia , Ministry of Home Afferes , Ministry of Human Resources etc.



आपका

अनूभवि अज्ञानी
अगस्त्य नारायण शुक्ल

+919868477936
New Delhi 110026.

ईश्वर पर विश्वास कीजिये - क्योंकि बहूत से सवाल ऐसे हैं जिनका ज़वाब गूगल के पास भी नहीं है ।
" The Problems That Exist in The World Today Can Not Be Solved By The Level of Thinking That Created Them "

"ALBERT EINSTEIN"

Wednesday, December 3, 2014

POSTED ON PM WEBSITE INDIA


प्रिय प्रधानमन्त्री जी, स आदर प्रणाम ।
        आप और आपके तथाकथित ब्यूरोक्रेट्स ध्यान नहीं दे रहे मुझ आविष्कारक की तरफ, जो की इस देश का दूर्भाग्य है शायद । मैं कई बड़ी समस्याओं को तो चूटकी में हल करने की सामर्थ्य रखता हूँ । आप अपने सूत्रो से पता कर सकते हैं ।

आपका

अनूभवि अज्ञानी
अगस्त्य नारायण शुक्ल

+919868477936
+911128313152
New Delhi 110026.

ईश्वर पर विश्वास कीजिये - क्योंकि बहूत से सवाल ऐसे हैं जिनका ज़वाब गूगल के पास भी नहीं है

Thursday, November 27, 2014

Innovations & Problems


if i am at wrong address please send it to Mr. Prime Minister & DST & ADHAR Person.

प्रिय आत्म्जन,
        आप सब से अनुरोध है कि आधार कार्ड UID - ADHAR बनाने कि प्रक्रिया पर तुरंत रोक लगाई जाये और उसमे कुछ और आविष्कारक सुधार जोड़ कर [ जिसमे कि कई मेरे पास हैं और कई अन्य मुझे लगता है कि और हो सकते हैं ] इस आधार कार्ड के द्वारा देश हित और सुरछा और अन्य कई समस्याओं से सीधे समाधान मिल सकता है, जेसे कि इसे लागू करते ही अपराध व अपराधियों कि गतिविधियों पर 90% तक कमी तुरंत आ सकती है |
एक बात और कि मेरे तरीके से अगर इसे बनाया जाये तो भारत सरकार को इस संदर्भ में कोई लागत नही लगानी होगी | बात क्यूंकि देश के परम हित से जूडी है व बहुत ही ज्यादा सवेंदनशील हैं तो मै ज्यादा जानकारी अभी उपलब्ध नहीं करा सकता , ठीक समय पर अवश्य बताऊँगा |कूल मिला कर मैं कहना चाह रहा हूँ कि मेरी तकनीकों द्वारा भारत को आर्थिक, वैज्ञानिक, स्वास्थ्य, सुरछा व अन्य कई समस्याओं पर सीधे हल मिल सकते हैं |
एक बात और कि मेरे पास अन्य भी कई लगभग दो दर्जन से ज्यादा { DST } द्वारा स्वीक्रत व 4 ग्रांटेड पेटेंट हैं जो कि आम लोगो का जीवन कई तरह कि दुर्घटनाओं से बचा सकते हैं व जीवन सुगम बना सकते हैं |मेरी सोच को लागू करते ही इस देश में आविष्कारो की बाढ़ आ जायेगी जो कि भारत को तत्काल ही बेहतर परिणामों से तुरंत अवगत करवा ही देगी !

आपका
अनुभवी अज्ञानी !

AGASTYA NARAIN SHUKLA
310,DDA FLATS, JAIDEV PARK, PUNJABI BAGH EAST,
NEW DELHI, INDIA.  shukla1970@gmail.com  info@anshukla.com 
Mo : +919868477936 

" The Problems That Exist in The World Today Can Not Be Solved By The    Level of Thinking That Created Them "  "ALBERT EINSTEIN"

ईश्वर पर विश्वास कीजिये - क्योंकि बहूत से सवाल ऐसे हैं जिनका ज़वाब गूगल के पास भी नहीं है

Copy to PMO INDIA
               UID ADHAR
               DST

Tuesday, September 9, 2014

प्रिय नरेंद्र मोदी जी, हो सकता है थोड़ी सी शर्म भी आये आपको – पर............

प्रिय नरेंद्र मोदी जी, हो सकता है थोड़ी सी शर्म भी आये आपको – पर उसके लिये माफ़ी !

बात कुछ युऊँ है की जब तक किसी भी देश के आविष्कारकों को उनकी ठीक जगह नहीं मिलती तब तक वो देश सही मायनों में किसी भी दिशा में तरक्की नहीं कर सकता !

आप अगर लोगों में नैतिक मूल्य नहीं भर सकते तो ये सारी कवायद बेकार साबित होगी. अभी तो सभी अनैतिक लोग शीर्षासन कर अपने को नैतिक साबित कर रहे हैं ! ज्यादा ज्ञानी बूध्हिमान व अति सोच विचार करने वाला हमेशा परेशान एवं दुखी रहने के साथ ह्रदयहीन होने कि ओर अग्रसर रहता है ! इंसान अपनी ही बनायी कहावत की तरह संसार का जला हूआ परमात्मा को भी फूंक फूंक कर पीने की कोशिश करता है !

अंत में बस इतना की हर शाख पे उल्लू बैठे हैं , अंजामे गुलिस्तां क्या होगा ? 


" The Problems That Exist in The World Today Can Not Be Solved By The
   Level of Thinking That Created Them "

"ALBERT EINSTEIN"

अगस्त्य नारायण शुक्ल



https://www.blogger.com/blogger.g?blogID=5243132517424378695#editor/target=post;postID=7703856296758642597;onPublishedMenu=allposts;onClosedMenu=allposts;postNum=14;src=link


 

Tuesday, February 18, 2014

For Chetan Bhagat


श्रीमन चेतन भगत जी अगर आप चेतन्य भगत होने की कोशिश करें तो शायद आप ये सब ऊलजलूल की जगह कुछ काम के शब्द लिख पायें !
अगस्त्य !

Saturday, January 18, 2014

Some Other Writers i Like

जब तक हरा भरा हूँ उसी रोज़ तक हैं बस,
सारे दुआ सलाम ये मालूम है मुझे !

हमें पसन्द नहीं ज़ंग में भी मक्कारी,
जिसे निशाने पे रक्खें बता के रखते हैँ !

एक सूरज बहुत ज़रूरी है,
चाँद तारे सहर नहीं करते !

ज़नाब हस्तीमल !



बुलंदी देर तक किस सक्श के हिस्से में रहती है,

बहुत ऊंची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है,

बहुत जी चाहता है कैदे जाँ से हम निकल जाएँ,

तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है,

ये ऐसा क़र्ज़ है जो मै अदा कर ही नहीं सकता,

मैं जब तक घर न लौटूं मेरी माँ सजदे में रहती है !

 

 

 

 
                                                                                                                   
 

हमारी दोस्ती से दूश्मंनी शरमाई रहती है,

हम अकबर हैं हमारे दिल में जोधाबाई रहती है,

गिले शिकवे ज़रूरी हैं अगर सच्ची मोह्बत हो,

जंहा पानी बहुत गहरा हो थोड़ी काई रहती है,

मेरी सोहबत में भेजो ताकि इसका डर निकल जाए,

बहुत सहमी हूई दरबार में सच्चाई रहती है !

शराफत ढूडने आये हो इस एवाने सियासत में,

ये चकला है यहाँ इज़त्त नहीं रुसवाई रहती है,

खुदा महफूज़ रक्हे मूल्क को गन्दी सियासत से,

शराबी देवरों के बीच में भोजाई रहती है !

 
मुनव्वर राना